लो आ गया Silky बसंत
- Byline
- Feb 12, 2019
- 2 min read
Updated: Mar 5, 2019
National Silk Expo 2019 at Ravishankar Community Hall, Bittan Market
What: National Silk Expo
Where: ravishankar Community Hall ,Bittan Market
When: 11 am- 9pm Till Feb 17
Sheetal Atkade . Byline Bhopal (mobile#7067730336 @bhopalbyline)

पीला रंग प्रकृति में सम्पूर्ण भाव को दर्शाता है। जब कोई चीज अपने पूर्ण स्वरूप में होती है या पूर्णता को प्राप्त कर लेती है, तब सामान्यतः वह पीली हो जाती है। जैसे कोई फल जब कच्चा होता है तब वो हरा रहता है, लेकिन पकने के बाद वह पीला हो जाता है। ठीक वैसे ही खेत की फसल, सरसों, फल, घास आदि अपनी पूर्णता को प्राप्त करने के बाद पीले पड़ जाते हैं।
शिशिर के दौरान मौसम में शीतलता होती है लेकिन जब बसंत आता है तो नव वर्ष का आगमन होता है। हर चीज की नई शुरुआत होती है इसीलिए सभी मौसमों में सर्वश्रेष्ठ मौसम बसंत बहार माना गया है। ये नवजीवन का एहसास दिलाती है, जिससे प्रकृति में एक यौवन आता है, इसे नवयौवन कहा जाता है। बसंत के आने पर यह प्रकृति भी नवयौवना हो जाती है। हर एक चीज में एक नयापन होता है, जो हमें एक नई ऊर्जा और नयापन प्रदान करती है। एक तरह से ये कहा जा सकता है कि जीवन में एक नए स्वरूप का तथा नव आनंद का जन्म होता है। ठीक वैसे ही बसंत बहार के साथ ही हमारे तीज त्योहारों की शुरुआत भी हो जाती है। चाहे मनुष्य हो या प्रकृति या त्योहार हर किसी को एक नया अनुभव और नया आनंद प्राप्त होता है। प्रकृति में िजधर भी देखो सिर्फ पीलापन ही दिखाई देता है। अतः ये कहा जा सकता है कि सम्पूर्ण प्रकृति पीतांबरा हो जाती है। चाहे प्राणी हो या जीवन, प्रकृति के नए आनंद में हर कोई डूबा महसूस करता है, जो एक नई बयार एक नव जीवन को दर्शाती है। इस बसंत ऋतु से प्रेम का जन्म होता है। चारों तरफ ऐसी बहार आ जाती है जो सभी को अपनी ओर आकर्षित कर लेती है। हर एक चीज में एक नयापन और खुशहाली। सरस्वती पूजा के साथ यह ऋतु अपने साथ कई सारे परिवर्तन लेकर आती है। इस पल कुछ ऐसा महसूस होता है मानो जैसे जो कुछ भी इंसान के मन में चल रहा है, वह प्रकृति में भी प्रतिबिंबित हो रहा हो। पीले रंगों की इस खूबसूरत छंटा के बीच चटक रंगों की महक अब कुछ समय बरकरार रहेगी। प्रकृति में मौजूद सभी तरह के पीले रंगों छटा रविशंकर कम्युनिटी हॉल, बिट्टन मार्केट में आयोजित नेशनल सिल्क एक्सपो में देखी जा रही हैं। बसंत पंचमी के आगमन पर यहां बनारसी, बांधनी, पटोला, कांजीवरम, पैठणी, कांथा, मूगा सिल्क और कोसा सिल्क में पीले रंगों की बूटेदार साड़ियां एग्जीबिट की गई है। •
(Sheetal is Journalist, Mobilographer & Owner of Byline Bhopal)
70 Stall
100 Artisan
For SHE: Sarees, kurties, sharara with kurti & Shrug, stoles, shawls,antique jewellary, Potli & Sling bags
For HE: Designer Bhagalpuri kurta in Matka,kosa & khadi Silk
Range of Sarees starting from Rs. 1200 to 2 lacs
Attractive collection of Designer Sarees.
Models: Yashashwi, Komal, Jaishree, Preksha, Shreya & Randeep
Mobilography: Sheetal Atkade
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